Thursday, 6 March 2008

ham haal-e-dil sunaa_e.nge/aa aa bhii jaa

rahegaa ishq meraa Kaak me.n milaa ke mujhe
hu_e.n hai.n ibtedaa me.n ranj intehaa ke mujhe

Shailendra wrote this for Madhumati (1958) as an antaraa in the song
"ham haal-e-dil sunaa_e.nge suni_e ki na suni_e.

though the relevant verse was not retained in the movie, the complete audio version was released



Later Shailendra used it as a prelude to "aa aa bhii jaa" in Teesri Kasam (966)

1 comment:

सागर नाहर said...

असद साहब
आदाब
आप महफिल से जुड़ना चाहतें हैं यह तो खुशी की बात है। आप मेल पता दें ताकि आपको सदस्यता का आमंत्रण भेजा जा सके।
महफिल में रोमन में लिखना थोड़ा मुश्किल होगा क्यों कि अपन अंग्रेजी में पैदल हैं। :)
आपसे अनुरोध है कि आप उर्दू या हिन्दी में ही लिखें, जैसा आपने लैल-ओ- निहार पर लिखा है।
धन्यवाद
sagarnahar @ gmail.com